सिंदरी
एचयुआरएल द्वारा बुधवार को हर्ल हेल्थ सेंटर में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया।
स्वच्छता कैम्पेन 4.0 के तहत एचयुआरएल द्वारा बुधवार को हर्ल हेल्थ सेंटर में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। रक्तदान शिविर का शुभारंभ व उद्घाटन प्लांट प्रमुख सुरेश प्रमाणिक ने दिया प्रज्वलित कर नई सोच नई परंपरा के तहत किया गया। साथ ही मतदान जागरूकता के लिए पुरे कैम्प में बैनर भी लगाया गया।बुधवार के रक्तदान शिविर में युवा कर्मचारियों सहीत सभी लोगों ने अपनी सहभागिता निभाई।
एचयुआरएल द्वारा 03 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक ‘स्वच्छता सेवा पखवाड़ा 4.0’ मनाया जा रहा है। इस दौरान कम्पनी विभिन्न सामाजिक कार्यों का आयोजन कर रही है। बुधवार को हुए रक्तदान शिविर का आयोजन भी इसी का हिस्सा था। इस मौके पर, एचआर प्रमुख संत सिंह ने कहा कि “ब्लड डोनेशन कैंप में 100 से ज्यादा लोगों ने अपना रक्तदान कर समाजिक सेवा के संकल्प को दोहराया है। उन्होंने आगे कहा कि रक्तदान से बढ़कर कोई पुण्य का काम नहीं होता है। सड़क दुर्घटनाओं में गंभीर रूप से घायल मरीज समय पर खून नहीं मिलने से अपनी जान गंवा देते है।
संत सिंह ने बताया कि स्वस्थ व्यक्ति हर तीन महीने में रक्तदान कर सकता है। रक्तदान से शरीर में किसी भी प्रकार की कोई कमजोरी भी नहीं आती है। इस रक्तदान शिविर में लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। यह कार्यक्रम स्वच्छता के ‘सेवा पखवाड़ा’ का एक हिस्सा था। इस दौरान एचयुआरएल द्वारा और भी कई सामाजिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
रक्तदान करते हुए एचआर सुजीत दुबे ने कहा कि थैलीसीमिया पीड़ित बच्चों को प्रतिमाह दो से तीन यूनिट ब्लड की जरूरत होती है। जिसकी पूर्ति स्वैच्छिक रक्तदान शिविरों में रक्तदान और नियमित स्वैच्छिक रक्तदाता की ओर से किए जाने वाले रक्तदान से होती हैं। जिन्हें ब्लड बैंक की ओर से निश्शुल्क रक्त उपलब्ध कराया जाता है। कहा कि रक्तदान से शरीर में किसी भी प्रकार की कोई कमजोरी नहीं आती है। अपील की कि हर स्वस्थ व्यक्ति को वर्ष भर में दो से चार बार रक्तदान करना चाहिए।
मौके पर डा० जयेश प्रसाद, डा० ए एन सिंह, एचआर औफीसर मंजुर अली, रजत रंजन, मंसुल जैन, दिनेश, राजकुमार , आकाश सहित एसीयन जालान हौस्पीटल की टीम मौजूद रहे।16 अक्टूबर 2024 को हिंदुस्ता्न उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड हेल्थकेयर, रोहराबंध, सिंदरी में एक जीवनदायिनी पहल के रूप में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया, जो पूरी तरह सफल रहा।बीआईटी सिंदरी के रोटरैक्ट क्लब के समर्पित सदस्य—शोभित, खुशवंत, सूरज, सोमेश और मनीष—प्रोफेसर एस.सी. दत्ता के मार्गदर्शन में इस शिविर में स्वयंसेवक के रूप में शामिल हुए और हर पहलू का ध्यानपूर्वक और कुशलता से प्रबंध किया।
यह शिविर सिर्फ एक सामान्य कार्यक्रम नहीं था, बल्कि सामुदायिक सेवा और सहानुभूति की शक्ति का साक्षात प्रमाण था। रक्तदाताओं का गर्मजोशी से स्वागत किया गया, उन्हें तेजी से पंजीकृत किया गया, और प्रक्रिया के दौरान उन्हें आरामदायक बनाए रखने के लिए ताज़गी प्रदान की गई। प्रत्येक रक्तदाता को आभार स्वरूप एक विशेष प्रतीक चिन्ह भी भेंट किया गया, जो उनके योगदान के विशाल महत्व को दर्शाता था।
यह रक्तदान अभियान इस बात की याद दिलाता है कि एक यूनिट रक्त भी जीवन और मृत्यु के बीच का अंतर हो सकता है। बीआईटी सिंदरी का रोटरैक्ट क्लब उन सभी निःस्वार्थ दाताओं का हृदय से आभार व्यक्त करता है जिन्होंने आगे बढ़कर जीवनदान किया। हम आशा करते हैं कि उनके इस कार्य से और भी लोग प्रेरित होकर भविष्य के शिविरों में भाग लेंगे। मिलकर, हम छोटी-छोटी लेकिन शक्तिशाली दयालुता के कार्यों के माध्यम से एक मजबूत और स्वस्थ समाज का निर्माण कर सकते हैं।