धनबाद/मनोज कुमार सिंह: झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री सह जनता मजदूर संघ के महामंत्री बच्चा सिंह निधन हो गया है। वह पिछले कुछ महीनों से अस्वस्थ चल रहे थे। उनकी अस्वस्थता के कारण ही उन्हें बिनोद चौक स्थित एस. जे. ए. एस. सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। सोमवार को दोपहर करीब 12 बजकर 30 मिनट पर अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली।
पूर्व मंत्री बच्चा सिंह के निधन की खबर से पूरा कोयलांचल शोक में डूब गया। खबर मिलते ही समर्थक अस्पताल पहुंचने लगे। इस दौरान झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह सहित पूरा परिवार अस्पताल में मौजूद रहा। पूर्व मंत्री बच्चा सिंह के पार्थिव शरीर को उनके निवास स्थान सरायढेला स्थित सूर्यदेव नगर लाया गया है। यहां पर उनके समर्थक अपने प्रिय नेता के अंतिम दर्शन कर सकेंगे। इसके बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
झरिया के पूर्व विधायक बच्चा सिंह के निधन से पूरे कोयलांचल में शोक की लहर है। अपने मजदूर संगठन जनता मजदूर संघ (बच्चा गुट) के माध्यम वह मजदूरों के हक और अधिकार की लड़ाई लड़ते रहे। मजदूरों हित में उनके कार्यों के लिए एक अपनी पहचान है। बिहार से अलग होकर जब झारखंड राज्य बना तो वह मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की सरकार में वे नगर विकास मंत्री बने थे। उस वक्त वे झरिया से विधायक थे
बच्चा सिंह कोयलांचल के मसीहा कहे जाने वाले सूर्यदेव सिंह के बड़े भाई थे। सूर्यदेव सिंह, विक्रम सिंह, बच्चा सिंह, रामाधीर सिंह और राजन सिंह इन पांचों भाइयों में बच्चा सिंह तीसरे स्थान पर थे। पूरे कोयलांचल में कभी सिंह मेंशन का दबदबा हुआ करता था लेकिन धीरे-धीरे सिंह मेंशन का कुनबा बिखरता गया। सूर्यदेव सिंह की मौत के बाद ही पूरा परिवार मानो तितर-बितर हो गया। सूर्यदेव सिंह 1977 से चार बार झरिया से विधायक रहे. सूर्यदेव सिंह की पत्नी कुंती सिंह दो बार विधायक रहीं। सूर्यदेव सिंह के बेटे संजीव सिंह विधायक रहे। झरिया सीट से ही बच्चा सिंह भी विधायक रहे।