पंचायत प्रतिनिधियों ने सुनाया तुगलकी फरमान,किया सामाजिक बहिष्कार, पुलिस से लगाई न्याय की गुहार
निरसा मनोज कुमार सिंह
निरसा : धनबाद जिला के निरसा कालूबथान ओपी क्षेत्र के पिंडराहाट से तुगलकी फरमान का मामला सामने आया है जहां भुरसा टोला गाँव के एक परिवार को गांव के प्रधान के साथ जन प्रतिंशियों ने सामाजिक बहिष्कार का फरमान सुनाया है और वो भी पिछले दो वर्षों से पीड़ित परिवार ये सब कुछ चुपचाप झेलता आ रहा है। हद तब हो गई जब 25 अगस्त को परिवार के मुखिया के साथ गाली गलौज ,मारपीट एवम धक्का मुक्की की गई खुद को प्रताड़ित होता देख परिवार के मुखिया ने आखिरकार पुलिस प्रशासन का संरक्षण लिया । बुधवार को जैसी ही इसकी भनक झामुमो नेता ठाकुर मांझी को लगी श्री मांझी पीड़ित परिवार के मुखिया के साथ कालूबाथान ओपी पहुंचे और तुगलकी फरमान सुनाने वालों के खिलाफ ओपी में लिखित शिकायत देकर कठोर कारवाई का मांग किया साथ ही झामुमो नेता ने कहा की पीड़ित परिवार के मुखिया का सिर्फ गुनाह इतना है की अपने ही गोतिया के मरने पर वो पहले से बहिष्कृत प्रोफेसर के परिवार के यहां चले गए फिर क्या था तुगलकी फरमान सुनाने वाले जन प्रतिनिधियों को ये बातें नागवार गुजरी और पहले से बहिष्कृत परिवार के मरने की खबर पर अंतिम संस्कार में पहुंचे परिवार के मुखिया लक्ष्मी नारायण सोरेन समेत उनके पूरे परिवार को सन 2022 से ही सामाजिक बहिष्कार का फरमान सुना दिया । इसपर भी मन नही भरा तो 25अगस्त को परिवार के मुखिया लक्ष्मी नारायण सोरेन के घर पहुंचकर उनके साथ मारपीट,धक्का मुक्की और गाली गलौज करने का काम किया साथ ही चेताया की अगर बहिष्कार से बाहर आना चाहते हो तो पांच लाख रुपैया बतौर जुर्माना पंचायत को देने का काम करो । इधर झामुमो नेता ठाकुर मांझी ने कालूबाथान पुलिस से पूरे मामले में हस्तक्षेप करने की बात कही है साथ ही उनके खिलाफ कठोर कारवाई का मांग किया है साथ ही उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में अगर किसी भी तरह का कोई हमला या मारपीट पीड़ित परिवार पर होता है तो उसके लिए सीधे रूप से कालूबाथान पुलिस जिम्मेवार होगी । इधर कालूबाथान पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है