दारू प्रखंड से दिनेश कुमार की रिपोर्ट
दारू प्रखंड में कर्म पूजा श्रद्धा और उत्साह से मनाया गया यह प्राकृतिक और कर्म की प्रधानता दर्शाने वाला त्यौहार है इस त्यौहार में बहने अपने भाइयों की दीर्घायु और स्मृति की कामना करते हैं भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाए जाने वाला इस त्यौहार में बहने उपवास रखकर कर्म वृक्ष की पूजा करती है और भाइयों की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करती है दारू प्रखंड के विभिन्न गांव में महिलाओं ने सुबह से उपवास रखकर कर्म वृक्ष की डाली लाकर उनकी पूजा की इस अवसर पर डीजे और मदार की धुन पर पारंपरिक झूमर गीतों के साथ रात भर नाच गाना चलता रहा दूसरे दिन कर्म वृक्ष की पूजा अर्चना के बाद कर्म डाल को नदी और तालाबों में प्रवाहित कर दी समर्पण और संतोष का प्रतीक माना जाता है इस पर्व को विशेष प्रथा में लड़कियां बालू भरी टोकरी में सात प्रकार की अनाज उगाती है जैसे जोव ,गेहूं ,मक्का, उर्द ,चना और मटर का जावा यह त्यौहार पूरे प्रखंड में शांतिपूर्ण और तरीके से बनाया गया ।