झारखंड पुलिस के जवान अभिषेक की हत्या
रांची: साहेबगंज जिला पुलिस के जवान और गुमला विशुनपुर थाना क्षेत्र के टीटीही गांव के निवासी अभिषेक उरांव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. यह घटना 29 जुलाई को नेतरहाट घाटी में हुई थी. इस घटना का जिम्मा सोशल मीडिया पर राहुल सिंह नाम के अपराधिक गिरोह ने जिम्मा लिया है. सोशल मीडिया पर प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा गया है कि अभिषेक उरांव की हत्या सोमवार शाम को राहुल सिंह और गिरोह के द्वारा नेतरहाट घाटी में पांच छह राउन्ड से ज्यादा गोलीबारी कर किया गया था.
ये पुलिस प्रशासन की आड़ में धाक जमाकर जमीन का कारोबार भी करते थे. झारखंड में काम करने वाली कंपनी, ज़मीन कारोबारी, कोयला कारोबारी, रोड-रेलवे ठेकेदार और अन्य सभी को खास हिदायत है कि पहले हमसे सेटलमेंट और मैनेज करें, उसके बाद ही काम प्रारम्भ करें. वर्ना इससे भी बड़ा अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहना होगा. अमन श्रीवास्तव, विकास तिवारी और अमन साहू गिरोह को जितना जल्दी हो सके सभी कोई पैसा देना बंद करो.
लोहरदगा से लौटने के दौरान नेतरहाट घाटी में हुई हत्या
अभिषेक उरांव मूलत: विशुनपुर थाना क्षेत्र के टीटीही गांव का निवासी था,परंतु वह नेतरहाट में घर बनाकर रह रहा था. अभिषेक वर्तमान में साहेबगंज जिला में पुलिस जवान के पद पर पदस्थापित था. एक सप्ताह पूर्व ही वह छुट्टी लेकर घर आया हुआ था. सोमवार को अभिषेक अपने घर से लोहरदगा जाने के लिए एक बाइक में सवार होकर निकला.
लोहरदगा से लौटने के क्रम में बनारी में रूक कर साप्ताहिक हाट से खरीददारी कर वो नेतरहाट वापस लौट रहा था.इसी दौरान जोहनडेरा के समीप अपराधियों ने अभिषेक उरांव के ऊपर अंधाधुंध फायरिंग कर पांच गोलियां मार दी. जिससे घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गई.
पुलिस द्वारा सड़क दुर्घटना बताया गया था
वहीं अभिषेक उरांव की हत्या के मामले को में पुलिस ने सड़क दुर्घटना बताया था, परंतु जांच के दौरान ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि घटना के समय नेतरहाट घाटी में लगभग पांच-छह राउंड गोली चलने की आवाज सुनाई दी है.जिसके बाद पुलिस मामले की गहनता से छानबीन करने लगी, तो घटनास्थल से खोखा बरामद हुआ. शव में भी गोली लगने के निशान पाये गये. पुलिस जवान अभिषेक उरांव नेतरहाट में जमीन का कारोबार भी करता था.
जमीन के कारोबार के दौरान अभिषेक ने ऐसे लोगों की जमीन को खोजकर निकाला था, जिसका किसी कारणवश पेपर में त्रुटि थी. जिसे वह ठीक करवाता था. साथ ही दूसरे व्यक्ति द्वारा अवैध रूप से कब्जा किए गए जमीन पर रैयत का दखल कराकर उसे बेचने का काम करता था.संभवत: घटना की मुख्य वजह जमीन विवाद हो सकता है.पुलिस हर पहलु की गहनता से छानबीन कर रही है.झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र का आ पांचवा दिन, सदन की कार्यवाही 12:30 बजे तक स्थगित