देवघर संवाददाता संजय यादव
देवघर मो० महफुज आलम, थाना-आसनसोल जिला वर्द्धमान, (पश्चिम बंगाल) के द्वारा लिखित आवेदन दिया था कि कॉलेज रोड मधुपुर, थाना-मधुपुर, जिला-देवघर में आवेदक ने वर्ष 2020 में बंगाल नर्सिंग होम के नाम से एक दस बेड के हॉस्पीटल की शुरूवात किये थे। इनके नर्सिंग होम का दि0-09.06.2024 तक का प्रोविजनल प्रमाण पत्र सं0-2035000217 था। जिसका रेनुवल कराना था। इस बीच इनके गॉल ब्लाडर का ऑपरेशन हुआ था। जिसके कारण आवेदक ने 24 दिन की देरी से दि०-03.07.2024 को प्रमाण पत्र रेनुवल का आवेदन सिविल सर्जन कार्यालय, देवघर को दिया था। काफी दिन के बाद भी जब इनके आवेदन पर कोई अग्रतर कार्रवाई नही हुआ तो ये डॉ० रंजन सिन्हा, सिविल सर्जन, देवघर से मिले। सिविल सर्जन देवघर डॉ० रंजन सिन्हा द्वारा आवेदक के नर्सिंग होम का प्रमाण पत्र रेनुवल के लिए 1,00,000/- रूपये (एक लाख) की मांग किये। आवेदक के आरजू विनती करने पर बोले कि डॉ० रंजन सिन्हा बोले कि तीन-चार बार में उक्त राशि दे देना, रेनुवल हो जायेगा। परिवादी घूस नहीं देना चाहते थे।
इस मामले का सत्यापन कराया गया। सत्यापन के क्रम में आरोपी सिविल सर्जन देवघर डॉ० रंजन सिन्हा के द्वारा घूस की रकम 1,00,000/- रूपये से बढ़ाकर 1,50,000/- रूपये करने की पुष्टि हुई थी। आरोपी द्वारा आवेदक को घूस की रकम का प्रथम किस्त 70,000/- रूपये के साथ वही आज बुधवार को देवघर जिला के कालीबाड़ी, बेलाबगान स्थित उनके आवास के नवजीवन हास्पीटल एण्ड रिसर्च सेन्टर पर बुलाया था।
परिवादी के लिखित आवेदन एवं सत्यापनकर्ता के सत्यापन प्रतिवेदन के आधार पर भ्र०नि०ब्यूरो दुमका थाना कांड सं0-04/24, दिनांक-15.10.2024 पंजीकृत कर प्राथमिकी अभियुक्त डॉ० रंजन सिन्हा, पे०-स्व० जगन्नाथ प्रसाद, मकान संख्या-06, नवजीवन हास्पीटल आर०सी०, श्रीकान्त रोड, काली मंदिर के पास, काली बाड़ी, बेलाबगान, देवघर वर्तमान सिविल सर्जन, देवघर को भ्र०नि०ब्यूरो, दुमका टीम द्वारा 70,000/- (सतर हजारोरूपये घूस लेते हुये बुधवार को रंगे हाथ गिसतार किया गया। गिसतारी के पश्चात् अग्रतर कार्रवाई के लिए दुमका ले गई