ईचाक संवाददाता: इचाक प्रखंड के पुराना इचाक पंचायत में अबूवा आवास की धांधली का मामला सामने आया है।पंचायत के अनेकों गांव से 40 ग्रामीण बीडीओ को लिखित आवेदन देते हुए मामला को अवगत करवाया।आवेदन में बताया गया कि पुराना इचाक पंचायत के तेतरिया, जलौंध, उरूका, लौहंडी, पुराना इचाक,अंबेडकर नगर के कई ऐसे लोग हैं जो वर्षो से कच्चे मकान में रहने पर बेबस हैं। भारी बारिश की वजह से कईयों का घर भी गिर गया है। बारिश से पूरा घर पानी से भर जाता है।
पूरा परिवार को हमेशा डर लगा रहता है की कच्चा खपरैल मकान कब गिर जाय और परिवार दब के मर जाय? अबुवा आवास पाने के लिए ग्रामीणों ने कई बार पंचायत के प्रतिनिधि सह पदाधिकारी को गुहार लगाया लेकिन किन्ही ने भी बात को नही सूना। ग्रामीणों ने यह भी बताया की सरकार का आदेश का भी पालन नही करतें हैं प्रतिनिधि और पदाधिकारी । ग्रामसभा करके योग्य लाभुक को अबुवा आवास देने का आदेश है लेकिन पीछले बार ग्राम सभा तो किया गया परन्तु कुछ खास लोगो को जिनका मकान पहले से है। जो सक्षम व्यक्ती हैं उन्हे योजना का लाभ दिया गया। लेकिन हम गरीब लोगो को देखने वाला सुनने वाला कोइ नही।
पदाधिकारी भी प्रतिनिधि के हिसाब से चलते हैं। जिससे आम आदमी को प्रतिनिधी और पदाधिकारियों पर से भरोसा उठता जा रहा है। साथ ही साथ ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि पुराना इचाक पंचायत की बीएफटी नीतू कुमारी अन ऑफिशियल समय में सुबह के 08 बजे ही पंचायत के किसी गांव में जाकर अवैध वसूली करने लग जाती है जो जांच का विषय है। किसी से 1500 रुपए, किसी से 2000, तो किसी से 5000 रुपए से लेकर 20000 रुपए तक अवैध वसूली करती है। जो व्यक्ती से जितना वसुली कर पाए। यह भी कहती है की यह रुपए और भी लोगो को देने पड़ते हैं तब जाकर आवास मिल सकेगा।
रणजीत कुमार ने बताया की लंबे समय से पंचायत के योग्य लाभुक मेरे घर आते हैं और अबुवा आवास योजना का लाभ दिलाने का बात करते हैं लेकिन पंचायत सचिव, आवास ऑपरेटर और बीडीओ को भी योग्य लाभुकों का योजना का लाभ दिलाने की मांग हमेशा से किया लेकिन सबने अनसुना किया।
ग्रामसभा सिर्फ दिखावटी के लिए बनाया जाता है जिसमे कुछ खास लोगो का नाम अंकित किया जाता है। साथ ही बीएफटी नीतू कुमारी रोज दिन अन ऑफिशियल समय में किसी गांव में जाकर वसुली करती है जो जांच का विषय है और इस बीएफटी को अविलंब हटाया जाए।
प्रमुख पार्वती देवी ने बताया की पक्के मकान वालो को ही योजना का लाभ दिया जा रहा है और गरीबों से अवैध वसूली की जा रही है तो जांच पड़ताल करते हुऐ कारवाई की जायगी। बिना ग्राम सभा के, बिना पंचायत समिति सदस्य और वार्ड सदस्य के सहमति से अगर लाभुकों का चयन किया जाता है तो यह भी जांच का विषय है और पकड़े जाने पर संबंधित पदाधिकारी के ऊपर कारवाई किया जायगा।
क्या कहते हैं उप प्रमुख?
उप प्रमुख सकेंद्र मेहता ने बताया की किसी भी तरह से आगर पक्के मकान वाले को, ढलाई छत वाले को योजना का लाभ मिलता है तो जुड़े पदाधिकारी या जो भी रहे उन्हे बक्स्छा नही जायगा। अवैध वसूली करने वालो पर पकड़ा जाने पर सारा रिकवरी करते हुए हटाने का भी बात कही।
क्या कहते हैं बीडीओ?
बीडीओ सन्तोष कुमार ने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में आया है।पंचायत सचिव को आदेश देते हुए आवेदनकर्ता के घर जाकर जांच पड़ताल करते हुऐ तथा ग्राम सभा आयोजित करवाते हुए योग्य लाभुकों को अबुवा आवास योजना का लाभ दिया जायगा। अगर कोई इस योजना के नाम पर अवैध वसूली कर रहा है तो जांच पड़ताल करते हुए उचित कार्रवाई की जायगी।