नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय ने धन शोधन मामले की जांच के तहत झारखंड Jharkhand के पूर्व ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, उनके पूर्व निजी सचिव और सहयोगी के घरेलू सहायक की 4 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त करने के साथ ही आरोपपत्र दाखिल किया है।
शनिवार को एक बयान में संघीय एजेंसी ने कहा कि उसने 4 जुलाई को आलमगीर आलम, उनके पूर्व निजी सचिव संजीव कुमार लाल, लाल की पत्नी रीता लाल और उनके घरेलू सहायक जहांगीर आलम के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत एक अनंतिम कुर्की आदेश जारी किया है। एजेंसी ने कहा कि कुर्की के तहत दर्ज इन सभी संपत्तियों का संचयी मूल्य 4.42 करोड़ रुपये है।
एजेंसी ने कहा कि रीता लाल को छोड़कर इन आरोपियों के खिलाफ गुरुवार को रांची में एक विशेष पीएमएलए अदालत के समक्ष आरोपपत्र भी दाखिल किया गया। इस मामले में ईडी ने लाल और जहांगीर आलम के अलावा कांग्रेस Congress के नेता और पूर्व ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को गिरफ्तार किया था। ईडी ने 6 मई को संजीव कुमार लाल और जहांगीर आलम के यहां छापेमारी की थी और आलम के नाम पर एक फ्लैट से कुल 32.2 करोड़ रुपये बरामद किए थे।
इस मामले में जब्त की गई कुल नकदी 37.55 करोड़ रुपये है, इसके अलावा एक चार पहिया वाहन और दो पहिया वाहन, आभूषण और डिजिटल डिवाइस भी बरामद किए गए हैं। एजेंसी ने कहा था कि जांच राज्य ग्रामीण विकास विभाग में कथित अनियमितताओं से संबंधित है, जिसका नेतृत्व कभी आलमगीर आलम करते थे।देवघर में बड़ा हादसा: सीता होटल के पास भरभराकर गिरा बहुमंजिला मकान, 6-7 लोगों के दबे होने की आशंका
