बिहार में 17 दिन में एक के बाद एक 12 पुल धड़ाम… 1 ही दिन में गिरे 5 ब्रिज
बिहार: बिहार में पिछले कुछ दिनों से एक के बाद एक पुल गिरने की खबर सामने आ रही हैं. बीते 17 दिनों में बिहार में 12 पुल गिर चुके हैं. गुरुवार (4 जुलाई) को बारिश और नेपाल की नदियों के पानी का स्तर बढ़ने के कारण बिहार के सारण में एक और पुल गिर गया.
इस पुल के गिरने से 50 से अधिक गांव प्रभावित होंगे. इतनी बड़ी संख्या में पुल गिरने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दो हफ्तो के अंदर बिहार के सभी निर्माणाधीन और पुराने पुलों की रिपोर्ट मांगी है.
पुल गिरने की इन घटनाओं की वजह से बिहार सरकार पर सवाल उठाए जा रहे हैं. पुल गिरने की इन घटनाओं के बीच सत्ता पक्ष और विपक्ष में आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है. इस मामले को लेकर जेडीयू के भवन निर्माण मंत्री अशोक कुमार चौधरी ने तेजस्वी प्रसाद यादव पर निशाना साधते हुए कहा है कि जब वे बिहार में सड़क निर्माण और भवन निर्माण मंत्री थे, तब उन्होंने पुल का किसी भी तरह से कोई रखरखाव नहीं किया.
इसके जवाब में तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में महागठबंधन पिछले 20 सालों में से केवल 3 सालों क लिए नीतीश कुमार की सरकार का साझेदार था. वहीं तेजस्वी यादव ने पुल गिरने की घटनाओं को लेकर गहन जांच की मांग उठाई.
एक ही दिन में गिरे 5 पुल
आपको बता दें कि बुधवार (3 जुलाई) को केवल 1 दिन में बिहार में 5 पुल धारासाही हो गए. बिहार के सारण के दमदासपुर में 150 साल पुराने पुल का एक हिस्सा ढह गया.
पुल गिरने का मामला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट में
बिहार में एक के बाद एक पुल गिरने का मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है. इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में पीआइएल दाखिल की गई है. इस पीआइएल में राज्य सरकार से संपूर्ण संरचनात्मक ऑडिट करने और एक उच्च स्तरीय विशेषज्ञ समिति गठित करने के आदेश दिए गए हैं. याचिका के अनुसार ऐसी घटनाएं पुलों के बुनियादी ढांचे की सुरक्षा के बारे में चिंता पैदा करती है.हजारीबाग छात्र मोर्चा के सदस्यों ने रांची विवि मुख्यालय में प्रदर्शन कर धरना दिया