धनबाद/मनोज कुमार सिंह
धनबाद: जल शक्ति मंत्रालय दिल्ली के कांफ्रेंस हॉल में सिंदरी निवासी एवं युवा सदन के सोशल मीडिया हेड आशीष सिंह सूर्यवंशी ने भारत के जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से दामोदर नदी प्रदूषण को लेकर बैठक किया है। उन्होंने मंत्री को हस्तलिखित पत्र देते हुए दामोदर नदी को वर्तमान में प्रदूषित करने वाले कारकों के संबंध में अवगत करवाते हुए कहा है कि पहले नदी के तटवर्ती क्षेत्रों में स्थापित उद्योगों द्वारा अपशिष्ट प्रवाहित किये जाने की वजह से नदी प्रदूषित होती थी, परंतु उस पर तो अब अंकुश लग चुका है लेकिन शहरी क्षेत्रों से आज भी बड़े पैमाने पर नाले का गंदा पानी दामोदर में प्रवाहित हो रहा है.
इसके साथ ही कोयला उत्खनन करने वाली आउटसोर्सिंग कंपनियों द्वारा तटवर्ती क्षेत्रों में ओवर डंपिंग की वजह से भी नदी वर्तमान में दुष्प्रभावित हो रही है, जिसको लेकर एक स्पेशल मॉनिटरिंग कमेटी की गठन केंद्र एवं राज्य सरकार को समन्वित रूप से करनी चाहिए या पूर्व में गठित की गई मॉनिटरिंग कमेटी को और सक्रिय करने की जरूरत है, ताकि देवनद के नाम से प्रख्यात दामोदर नदी को प्रदूषित करने वाले वर्तमान बेपरवाह तत्व एवं कारकों पर अंकुश लगाया जा सके। दामोदर में प्रवेश कर रहे शहरों के नाले के गंदे पानी कि वजह से नदी की जलधारा में फिकल कॉलीफॉर्म बढ़ रहा है उससे उत्पन्न बैक्टीरिया फिटकरी एवं ब्लीचिंग पाउडर से नहीं मरती वह बैक्टीरिया पेट संबंधी रोगों को बढ़ावा देती है।
शहरी क्षेत्रों से नदी में प्रवेश कर रहे नाले के गंदे पानी के लिए विभिन्न जिलों का नगर निगम पूरी तरह जिम्मेवार है। दशकों पहले दामोदर नदी का पानी बिल्कुल पारदर्शी एवं स्वच्छ हुआ करता था लेकिन पहले तो इसे उद्योगों के अपशिष्टों ने दूषित किया जिसकी वजह से नदी का पानी कला पड़ता चला गया और वर्तमान में आउटसोर्सिंग खदानों का डंपिंग और शहरी क्षेत्र के नालों की वजह से नदी प्रदूषित हो रही है जो अत्यंत चिंता का विषय है। केंद्रीय मंत्री श्री शेखावत ने आशीष सिंह सूर्यवंशी को आश्वस्त करते हुए कहा है कि वह उनके पत्र को राज्य सरकार को भेजेंगे और कार्यवाही के लिए कहेंगे। नदी को प्रदूषण से बचाने हेतु अगर राज्य सरकार कोई अभियान चलाना चाहती है और राज्य सरकार केंद्र को प्रस्ताव भेजती है तो उसके लिए केंद्र अनुदान देने के लिए भी तैयार है।