मंगलवार को तकरीबन 18 घंटे छापेमारी के बाद ED की टीम आज सुबह फिर कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद के घर पहुंची है। जानकारी के मुताबिक, ED की एक टीम अंबा प्रसाद के हजारीबाग स्थित आवास पर छापेमारी कर रही है। जमीन कब्जा और अवैध बालू कारोबार से जुड़े एक मामले में जांच एजेंसी कार्रवाई कर रही है। मंगलवार को ED ने उनके पिता पूर्व मंत्री योगेंद्र साव समेत 17 ठिकानों पर छानबीन की थी।
जानकारी के अनुसार, मंगलवार को छापेमारी के दौरान ईडी को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले थे। ईडी ने अंबा प्रसाद, योगेंद्र साव समेत अन्य संदिग्धों के मोबाइल व दूसरे डिजिटल उपकरण भी जब्त किए हैं। ईडी के मुताबिक, कई कागजातों से जमीन पर अवैध तरीके से कब्जे और अवैध तरीके से अर्जित पैसे के निवेश के प्रारंभिक साक्ष्य मिले हैं। इन सभी दस्तावेजों की स्क्रूटनी की जा रही है। ईडी ने सभी से उनकी आय, चल-अचल संपत्ति का पूरा विवरण हलफनामा के जरिए मांगा है।
वहीं, जांच एजेंसी की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए मंगलवार देर शाम कांग्रेस विधायक ने भाजपा और केंद्र सरकार पर आरोप लगाया था कि उन्हें सांसद पद के टिकट भी ऑफर किया गया था लेकिन उनके इनकार करने के बाद ED कार्रवाई की जा रही है।
कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद के खिलाफ दर्ज मामलों की जानकारी ईडी ने साल 2023 में मांगी थी। अप्रैल 2023 में हजारीबाग पुलिस ने अंबा प्रसाद पर केरेडारी, बड़कागांव व कटकमदाग थाने में दर्ज केस की जानकारी ईडी को दी थी। केरेडारी में अंबा प्रसाद को केस संख्या 37/18 में आरोपी बनाया गया था।
बड़कागांव थाने के केस नंबर 113/21 में भी अंबा प्रसाद समेत 11 लोगों पर केस दर्ज था। कटकमदाग थाने के केस 96/21, 217/21 में भी अंबा प्रसाद समेत अन्य लोग नामजद थे। वहीं, योगेंद्र साव ने साल 2023 में खासमहज की जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया था। विवाद होने के बाद तत्कालीन सीओ शशिभूषण सिंह ने इस मामले में एफआईआर भी करायी थी। खासमहल जमीन पर कब्जे से जुड़ा केस भी ईडी की ईसीआईआर का हिस्सा है। ईडी बरामद दस्तावेजों की जांच कर रही है।
