Friday, December 12, 2025
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पीड़ित महिला ने जमीन विवाद को लेकर अंचल से जिला तक आवेदन देकर लगा रही न्याय की गुहार

पीड़ित महिला ने जमीन विवाद को लेकर अंचल से जिला तक आवेदन देकर लगा रही न्याय की गुहार

भीषण गर्मी में भी पैदल चलकर अंचल कार्यालय का लगा रही चक्कर आखिर कब होगा इंसाफ?

सुजेक सिन्हा पत्थलगड़ा/चतरा: पत्थलगड़ा प्रखंड क्षेत्र के ग्राम सिंघानी में जमीन विवाद का मामला प्रकाश में आया है। जिसको लेकर पीड़ित ने अंचल से लेकर जिला तक आवेदन देकर न्याय की गुहार लगा रही है। बताते चलें कि सिंघानी निवासी 60 वर्षीय मीणा देवी पति नंदकिशोर पाण्डेय जो लगभग दो महीनों से जमीन विवाद को लेकर अंचल से लेकर जिला तक आवेदन दे चुकी है किंतु अभी तक इस गरीब पीड़ित महिला को इंसाफ नहीं मिल पाया है।

वे इस भीषण तपती गर्मी में अपने इंसाफ को लेकर अंचल कार्यालय का चक्कर लगाते देखी जा रही है। इस जमीन मामले को लेकर कुछ ग्रामीणों ने बताया की गरीब पीड़ित महिला मीणा देवी परिवार का स्थिति काफ़ी खराब है‌। मीणा देवी के पति बाहर में रहकर किसी तरह परिवार का भरण पोषण करते हैं और उनका 30 वर्षीय पुत्र शशि पांडेय का दिमागी हालत कई वर्षों से ठीक नहीं है।

*पीड़ित महिला मीडिया के लोगों के पास पहुंच इस मामले से कराया अवगत*

सिंघानी ग्राम की रहने वाली पीड़ित गरीब महिला मीणा देवी ने मीडिया के लोगों के पास पहुंच अपनी समस्या से अवगत कराते हुवे बताया की 1990 में स्व. सीता देवी जिनका वंश नहीं था वो बास्की पर्चा मेरे ससुर स्व. रामफल पाण्डेय के नाम से दिया गया था। जिसका खाता नंबर- 124 प्लॉट नंबर- 2575 है। जमीन का रकबा 4 डिसमिल है। ऑनलाइन जमीन का रसीद 2024-25 तक कटा हुआ है। उक्त जमीन पर 10 वर्ष पूर्व घर बन रहा था जो लिंटन तक दीवाल खड़ा किया था। लेकिन गणेश पाण्डेय एवं विजय पाण्डेय के द्वारा गोबर तथा ईंट रखकर बाय जबरन कब्जा कर लिया गया। जब उस जमीन पर सरकार के द्वारा मिली अबुआ आवास बनाना था, जिसे लेकर जब जमीन पर पहुंची तो गणेश पाण्डेय व विजय पाण्डेय के द्वारा रोक लगा दिया गया। इसी को लेकर न्याय के लिए अंचल से लेकर जिला तक आवेदन दिया है, यहां तक की प्रतिनिधियों को भी इसकी सूचना दी गई लेकिन अभी तक किसी तरह का इंसाफ नहीं मिल पाया है। उन्होंने आगे कहा कि उक्त लोगों का पहुँच पैरवी होने के कारण मुझे न्याय नहीं मिल पा रहा है। इसके लिए ही हमें बाध्य होकर मिडिया का सहारा लेना पड़ रहा है।

*दूसरे पक्ष के लोगों ने कहा जमीन हमारा है*

जबकि दूसरे पक्ष गणेश पाण्डेय एवं विजय पाण्डेय ने बताया की बास्की पर्चा आवैध रूप से बनाया गया है। और यह जमीन हमारे हक में है इसलिए हम लड़ाई लड़ेंगे और लड़ने के लिए तैयार हैं।
अब सबसे बड़ी बात यह है कि अंचल अधिकारी क्या न्याय देते हैं दोनों पक्षों में यह जांच का विषय है। और कितनी जल्दी न्याय मिलती है ताकि पीड़ित महिला और दूसरे पक्ष को इंसाफ मिल सके। और उक्त जमीन पर जो अधूरे कार्य पड़े हैं जैसे पीड़ित महिला को मिली अबुआ आवास का निर्माण या दूसरे पक्ष को अन्य कार्य किया जा सकें।

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