सूरज ने अनाथ बच्ची का लालन-पालन कर पिता बनकर किया कन्यादान
25 वर्ष पूर्व पेटो जंगल मे सूरज के पिता को मिली थी ये भटकती बच्ची
दारू से दिनेश कुमार की रिपोर्ट ( हजारीबाग): प्रखंड अंतर्गत पेटो निवासी स्वर्गीय नरेंद्र कुमार सिन्हा को 25 वर्ष पूर्व पेटो जंगल में एक बच्ची मिली थी उस समय बच्ची का उम्र लगभग 3 वर्ष था। सोमवार को उसका विवाह हिंदू रीति रिवाज के साथ ग्रामीण के समक्ष धूमधाम से संपन्न कराया गया। इस संदर्भ में नरेंद्र कुमार सिन्हा के पुत्र सूरज कुमार सिन्हा ने बताया कि मेरे पिता को आज से 25 वर्ष पहले पेटों जंगल में लगभग 3 वर्ष की एक बच्ची मिली थी जिसका नाम सुनीता रानी है जिसकी सूचना उन्होंने प्रशासन को दिया था।
प्रशासन ने इस बच्ची को कुछ दिनों तक अपने पास रखने को कहा। प्रशासन द्वारा प्रमाणिक रूप से बच्चों के परिजनों का पता नहीं चल पाया तो इसका लालन पालन मेरे पिता ने स्वय किया। चुकी मेरे पिता एक एडिशनल पब्लिक प्रॉसिक्यूटर थे तो प्रशासन की देखरेख में घर पर ही बच्ची का लालन-पालन किया गया। पिछले वर्ष पिता के देहांत के बाद मैने इसका विवाह रीति रिवाज के साथ रामगढ़ ज़िला के दिग्वार निवासी इंद्रजीत भट्टाचार्य पिता स्वर्गीय अजीत पंडा के साथ विवाह संपन्न कराया।
