श्रद्धालुओं ने मां को नम आंखो से दी विदाई
दारू से दिनेश कुमार की रिपोर्ट: चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से चैत्र नवरात्रि शुरू होते ही श्रद्धालु भक्ति भाव में डूब जाते हैं वहीं प्रखंड क्षेत्र में नवरात्रि पर देवी दुर्गा को नौ दिनो तक अलग अलग स्वरूपों की विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की गई। इस बीच माता के जयकारों के साथ पूरा क्षेत्र गुंजयमान रहा।
रामदेव खरिका एवं हरली दुर्गा मंडप में चैती दुर्गा माता की प्रतिमा स्थापित की गई थीं जिसका विसर्जन को लेकर शुक्रवार को रामदेव खरिका दुर्गा मंडप से शोभा यात्रा निकाली गई जिसमें माता की प्रतिमा को रामदेव खरिका, जिंनगा,झुमरा,तिलैया गाजे बाजे एवम् ढोल ताशा के साथ घुमाया गया।
हजारों की संख्या में श्रद्धालु जमकर नाचे साथ ही जय माता दी के नारों के साथ पूरा क्षेत्र गूंजता रहा। क्षेत्र भ्रमण के बाद माता के प्रतिमा को झूमरा तालाब में विसर्जित किया गया इस समय सभी श्रद्धालुओं की आंखें नम थी।
वही हरली दुर्गामंडप से शोभा यात्रा निकाली गई काफी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे। माता की प्रतिमा को ढोल-ताशों के साथ पूरा गांव घुमाया गया। इस बीच खुब जयकारे लगे। श्रद्धालु खूब झूमे।इसके बाद पुरनी पोखर में विसर्जित किया गया। विसर्जन के समय सभी की आंखें नम थी। महाशिवरात्रि को लेकर अहले सुबह उपायुक्त ने देवतुल्य श्रद्धालुओं की व्यस्थाओं व सुविधाओं का लिया जायजा
