थाना के मुंशी भरत मंडल का बरवाअड्डा प्रेम: मंडल को चाहिए नोटों का बंडल
धनबाद/ मनोज कुमार सिंह: धनबाद जिला के बरवाअड्डा थाना में एक मुंशी है भरत मंडल। भरत को राम से प्रेम था,इस कलियुग के भरत को बरवाअड्डा थाना से प्रगाढ़ प्रेम है। ये दस वर्षों से यहीं कुंडली मारकर बैठा है।अगर कभी ट्रेनिंग के नाम पर छह महीने के लिए हिला भी तो कोई हर्ज नहीं, फिर थोड़ा बहुत चड्ढा देकर अपनी कुर्सी पर वापस आ जाता है। ये थानेदार से ऊपर का आइटम है। मजाल नहीं कि थानेदार को छोड़ कर कोई दारोगा, जमादार या सिपाही इसकी बातों को लांघ दे। अगर किसी ने जुर्रत की तो फिर अंजाम तय है,उसकी विदाई होनी है।
धनबाद पुलिस में इसे धुरंधर खिलारी के नाम से जाना जाता है। बरवाअड्डा थाने में कितने लोग आए और गए, लेकिन मंडल कुंडली मारे बैठा लहर गिनकर पैसा छाप रहा है। गिट्टी से पैसा, बालू से पैसा, कोयला चोर बाइक से पैसा, मवेशी से पैसा, सब जगह इनका सिक्का चलता है।बरवाअड्डा थाना में फिलहाल तीन तीन मुंशी हैं।
थाना के मुंशी भरत मंडल का बरवाअड्डा प्रेम: मंडल को चाहिए नोटों का बंडल
दो को शंट कर रखा गया है, जबकि मलाई भरत मंडल के पास। भरत को लांघकर आप थानेदार से मिल ही नहीं सकते। थाना क्षेत्र में आम चर्चा के मुताबिक भरत मंडल को चाहिए नोटों का बंडल। किसी भी प्रकार की शिकायत,फरियाद,अनुसंधान, केस डायरी प्रबंधन, वारंट को प्रभावित करने या आईओ को मैनेज के लिए पीड़ित, भुक्तभोगी या मुद्दई को मंडल से होकर ही गुजरना पड़ेगा। मंडल को बंडल थमाए आपका मंगल हो जाएगा। ज्यादा इधर उधर कीजिए तो फिर परेशानी झेलते रहिए। बहरहाल मंडल की वजह से थाना ? डीजे संचालक हत्याकांड में घोसवरी थानाध्यक्ष निलंबित
