रांची : झारखंड मुक्ति मोर्चा से जामा की विधायक सीता सोरेन का अपनी पार्टी छोड़ भाजपा में शामिल होते ही सुरक्षा कड़ी की जा रही है। संभावित खतरों को देखते हुए उन्हें फिलहाल सीआरपीएफ की सुरक्षा दी गई है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उनकी सुरक्षा ऑडिट कराने के बाद उनके लिए जेड श्रेणी की सुरक्षा की अनुशंसा की है। यह अनुशंसा भारत निर्वाचन आयोग से की गई हे।
कब मिलेगी जेड श्रेणी सुरक्षा?
आयोग की स्वीकृति के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय राज्य सरकार की सुरक्षा समिति को पत्राचार करेगा। इसके बाद सीता सोरेन के संबंधित जिले से उन्हें जेड श्रेणी से संबंधित सभी सुविधाएं दे दी जाएंगी।
गुरुवार की देर रात तक केंद्रीय गृह मंत्रालय की अनुशंसा झारखंड पुलिस मुख्यालय व राज्य सरकार की सुरक्षा समिति तक नहीं पहुंची थी।
क्या है जेड श्रेणी?
- जेड श्रेणी में कुल 33 पदाधिकारी-जवान
- आवास पर दो पदाधिकारी व आठ सशस्त्र जवानों की सुरक्षा
- छह पुलिस अधिकारी व जवान साथ रहेंगे राउड द क्लॉक
- तीन शिफ्ट में स्काट, दो शिफ्ट में वाचर, तीन प्रशिक्षित चालक
