भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद पहली बार शिबू सोरेन की बड़ी बहू सह दुमका लोकसभा सीट से प्रत्याशी सीता सोरेन नई दिल्ली से गुरुवार को रांची पहुंची। रांची पहुंचने के बाद प्रदेश कार्यालय में मीडिया से बातचीत में सीता ने कहा कि झामुमो को अपने खून-पसीने से सींचने वाले कद्दावर नेता उनके पति स्व दुर्गा सोरेन का अपमान उन्हें कतई बर्दाश्त नहीं था। सीता ने दुर्गा सोरेन की मौत को संदेहास्पद बताते हुए उच्चस्तरीय जांच की मांग की।
सीता सोरेन ने कहा कि परिवार में कई बार इस बात को उठाया, लेकिन इसकी अनसुनी कर दी गई। हेमंत सोरेन ने भी कभी उनकी मांग पर गंभीरता नहीं दिखाई। सीता सोरेन ने कहा कि मैंने परिवार में दर्द और पीड़ा सहते हुए अपनी बच्चियों का लालन पालन किया है। उन्होंने कहा कि झामुमो अब दुर्गा सोरेन के जमाने की पार्टी नहीं रही। यह पार्टी अब दलाल और बिचौलियों की बनकर रह गई है। सीता ने कहा कि वह दुर्गा सोरेन की कर्मभूमि जामा में उनकी आदमकद प्रतिमा लगाना चाहती थी, लेकिन हेमंत सोरेन ने कभी विचार नहीं किया। सीता ने कहा कि कल्पना सोरेन ने भी उनके पति का अपमान किया।
जेड सुरक्षा नहीं मिलने से रांची आना टला था
सीता सोरेन को भाजपा से जुड़ने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय के द्वारा जेड श्रेणी की सुरक्षा आवंटित की गई थी। 23 मार्च को सीता सोरेन को रांची आना था, लेकिन तब उन्हें रांची जिला प्रशासन ने सुरक्षा मुहैया नहीं कराई, ऐसे में वह रांची नहीं आ पायी थीं।
