प्रखण्ड अन्तर्गत डाढा पंचायत के टोला बभनी बांका निवासी राजकुमार रविदास, वर्ष पिता किशुन रविदास की मौत 7 अप्रैल को गुजरात के बड़ोदरा में हो गईं है। ये गुजरात के बडोदरा में रहकर प्राइवेट स्टील प्लांट में प्रवासी मजदूर का काम करता था। काम के दौरान ही बह बीमार हुआ। दवा कराने के बावजूद स्थिति में सुधार नहीं होने पर उन्हें बेहतर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराने के बजाय इन्हें घर झारखंड आने के लिए टिकट कटाकर ट्रैन में बैठा दिया गया। लगभग 70 किलोमीटर की दूरी ही तय किया था कि रास्ते में ही प्रवासी मजदूर राजकुमार रविदास की मौत हो गई। मौत के बाद मंगलवार को उनका पार्थिव शव बभनी बांका लाया गया। प्रवासी मजदूर का शव गांव आते ही पुरा गांव शोक में डूब गया। परिवार के लोगों ने दुसरे से कर्ज लेकर एंबुलेंस से शव को गांव तक लाया। घटना की जानकारी मिलते ही बगोदर विधायक बिनोद कुमार सिंह इनके मृत्यु के बाद परिजनों से मिलकर शोक संतप्त परिवार को ढाढस बंधाया। साथ ही घाट तक पहुंचकर अंत्येष्ठि कार्यक्रम में शामिल हुए। प्रवासी मजदूरों के लिए देय सरकारी सहायता के लिए आवेदन करने को कहा। माले विधायक विनोद सिंह ने कहा कि हर सप्ताह हो रहे मजदूरों की मौत पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि मजदूरों की सुरक्षा हर हालत में जरूरी है इसके लिए केद्रीय कानून बनाने की मांग की जाएगी। परिजनों से मिलने माले कोडरमा बरकट्ठा के प्रभारी भूवनेश्वर केवट, जिला सचिव पचु राणा, प्रखण्ड सचिव शेर मोहम्मद, समाजसेवी दयानन्द मेहता, मुकेश रविदास, बिशेश्वर रविदास, प्रखण्ड प्रभारी शिव सिंह आदि शामिल थे।
डाढा पंचायत के प्रवासी मजदूर की हुई मौत
RELATED ARTICLES
