धनबाद से मनोज कुमार सिंह कि रिपोर्ट
धनबाद/मैथनः मैथन डैम के दुकानदारों की समस्या को लेकर पूर्व विधायक अरूप चटर्जी ने गुरुवार के सुबह नौ बजे डीवीसी प्रशासनिक भवन के समक्ष घेराव व प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों एवं सीआईएसएफ जवानों के बीच किसी बात को लेकर नोकझोंक शुरू हो गया। इस दौरान पत्थरबाजी हुई और इसके बाद सीआईएसएफ जवानों ने अचानक लाठीचार्ज कर दिया। लाठीचार्ज होने से भगदड़ मच गई, अफरातफरी का महौल उत्पन्न हो गया। लाठीचार्ज में एक दर्जन से अधिक मासस कार्यकर्ता एवं दुकानदार घायल हो गए हैं। कई दोपहिया वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गई है। जिनका ईलाज डीवीसी बीपी नियोगी अस्पताल में चल रहा है। इतना ही नहीं लाठीचार्ज के दौरान डियूटी जा रहे डीवीसी कर्मी भी चपेट में आ गए। घटना की सूचना मिलते ही मैथन ओपी प्रभारी रजनीश कुमार दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति को सामान्य बनाने में जुट गए। खबर पाकर एग्यारकुंड प्रखंड के बीडीओ विनोद कुमार कर्मकार भी मौके पहुंच गए हैं। घटना के बाद मासस समर्थक काफी आक्रोशित नजर आए। मौके पर पूर्व विधायक अरूप चटर्जी ने कहा कि डीवीसी प्रबंधन तानाशाही पर उतर गई है। सीआईएसएफ द्वारा लाठीचार्ज कराकर हमें डराना चाहती है, लेकिन उसे मालूम होना चाहिए कि लालझंडे वाले लोग डरने वाले नहीं है। कहा कि पिछले एक माह से डीवीसी प्रबंधन को दुकानदारों की समस्या का समाधान करने के लिए कहा गया है। लेकिन प्रबंधन उनकी बातों को गंभीरता से नहीं लिया और जानबूझकर प्रदर्शन के दौरान लाठीचार्ज कराया गया है।

अपडेट्स-
लाठीचार्ज के बाद डीवीसी प्रबंधन ने डीजीएम अनूप पुरकायस्थ के नेतृत्व में पूर्व विधायक अरूप चटर्जी एवं आंदोलनकारियों के साथ बैठक की। बैठक में सीआईएसएफ के डीआईजी विनय काजला भी शामिल थे। डीवीसी प्रबंधन ने लाठीचार्ज पर दुख व्यक्त किया। बैठक में सहमति बनी कि 31 मार्च तक प्रबंधन दुकानदारों को नहीं हटाएगा। इस दौरान प्रबंधन पूर्व विधायक श्री चटर्जी के साथ बैठक कर इस समस्या का समाधान निकाल लेगा। बैठक के बाद अरूप चटर्जी ने लाठीचार्ज को गलत ठहराया और कहा कि हम दुकानदारों के साथ हैं। इन्हें किसी भी कीमत पर उजड़ने नहीं देगें। ये सभी दुकानदार स्थानीय है। डीवीसी के डीजीएम अनूप पुरकायस्थ ने कहा कि दुकानदारों को उजाड़ा नहीं जा रहा है, बल्कि दूसरे स्थान पर शिफ्टिंग किया जाना है। मैथन डैम की सुरक्षा महत्वपूर्ण है और इसी को ध्यान में रखते हुए दुकानों को एक निश्चित स्थान पर शिफ्ट किया जाएगा। वहीं सीआईएसएफ के डीआईजी विनय काजला ने कहा कि पत्थरबाजी एवं अधिकारियों को ऑफिस में जाने रोकना आदि कारणों से उत्पन्न विकट स्थिति में आत्मरक्षार्थ में जवानों को लाठीचार्ज करना पड़ा। हिंसा और पत्थरबाजी करना कोई समाधान नहीं है।
सूत्रों ने बताया कि डीवीसी प्रबंधन के द्वारा पूर्व विधायक अरुप चटर्जी व 7 नामजत और 100 ज्ञात पर मामला दर्ज कराया है।
