लोकसभा चुनाव को लेकर सोमवार को झारखंड के डीजीपी अजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में छह राज्यों की अंतर्राज्यीय समन्वय समिति की बैठक हुई। इसमें झारखंड के पुलिस अधिकारियों के साथ बिहार, यूपी, बंगाल, छतीसगढ़ और ओडिशा के भी अफसर वीडियो कांफ्रेंसिंग से जुड़े।
इस दौरान सीमावर्ती इलाकों में नक्सली संगठन की गतिविधियों पर लगाम लगाने को लेकर खास तौर पर चर्चा हुई। झारखंड के आईजी अभियान सह नोडल पदाधिकारी अमोल वी होमकर ने सीमावर्ती क्षेत्र में क्रियाशील इलाकों की गतिविधियों, अवैध हथियार, नशीले पदार्थ, अवैध शराब की तस्करी के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई व ससमय सूचना के आदान- प्रदान पर जोर दिया।
तीन राज्यों के डीजीपी और तीन राज्यों के एडीजी ने बनाई साझा रणनीति
बैठक में ओडिशा के डीजीपी अरुण कुमार सारंगी, निदेशक आसूचना एसके प्रियदर्शी, एडीजी अभियान एस देवदूत सिंह, छत्तीसगढ़ के डीजीपी अशोक जुनेजा, सरगुजा आईजी अंकित गर्ग, बिहार के एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी प्रोविजन सुशील एम खोपड़े, बंगाल के एडीजी आनंद कुमार, यूपी के बनारस प्रक्षेत्र के एडीजी पीयूष मोरदिया वीडियो कांफ्रेंसिंग से जुड़े थे। झारखंड से एडीजी मुख्यालय आरके मल्लिक, एडीजी अभियान संजय आनंद लाठकर, आईजी रांची अखिलेश झा, आईजी अभियान अमोल वी होमकर, आईजी विशेष शाखा प्रभात कुमार, आईजी सीआईडी असीम विक्रांत मिंज, डीआईजी रांची अनूप बिरथरे समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी थे।
नक्सली या आपराधिक गतिविधियों समेत सभी तरह की सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए नोडल पदाधिकारी सभी राज्यों में नियुक्त किए जाएं।
● ओडिशा, छतीसगढ़, बिहार, बंगाल में सक्रिय उग्रवादी दस्तों के विरुद्ध चल रहे अभियानों में समन्वय स्थापित कर सक्रिय अभियान चलाया जाएगा।
● चेक पोस्ट, नाका को अधिक कारगर बनाने पर चर्चा हुई। प्रभावी रणनीति बनायी गई ताकि अवैध हथियार, नशीले पदार्थ की तस्करी को रोका जा सके।
● मुख्यालय स्तर के बाद प्रक्षेत्रीय व क्षेत्रीय स्तर के सीमावर्ती जिलों के थानों पर भी समन्वय बैठक होगी। आपसी रणनीति बना सीमावर्ती थानों की पुलिस काम करेगी।
