रांची : जमीन घोटाला मामले में गिरफ्तार हुए झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। खबर है कि अब ED यानी प्रवर्तन निदेशालय ने कथित ट्रांसफर पोस्टिंग से सोरेन के तार जोड़ दिए हैं। साथ ही कहा है कि चैट्स के जरिए सरकारी रिकॉर्ड्स और कई अन्य संपत्तियों की जानकारी भी साझा की गई है। बुधवार को पांच दिनों की कस्टडी के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा नेता को विशेष अदालत में पेश किया गया था।
एजेंसी ने अदालत को सूचित किया कि सोरेन को उनके और उनके करीबी सहयोगी बिनोद सिंह के बीच व्हाट्सऐप पर हुई चैट दिखाई गई। इसने दावा किया कि यह ‘अत्यधिक आपत्तिजनक थी और इसमें कई संपत्तियों का विवरण था तथा कई गोपनीय दस्तावेज थे।’
केंद्रीय जांच एजेंसी ने दावा किया कि इस चैट में ‘न केवल कई संपत्तियों के संबंध में गोपनीय जानकारी का आदान-प्रदान शामिल है, बल्कि स्थानांतरण और तैनाती, सरकारी रिकॉर्ड साझा करने आदि से संबंधित अन्य आपत्तिजनक जानकारी भी शामिल है, जिसमें बड़ी मात्रा में धन का लेनदेन किया गया प्रतीत होता है।’
