राँची : वृहस्पतिवार को जलाशय बचाओ अभियान समिति ने कांके डैम का नया नामकरण कर कचरा डैम कर दिया है। नामकरण के लिए समिति के दर्जनों सदस्य और आम नागरिक डैम के गेट नं 2 पर जमा हुए। समिति के सदस्यों ने बैनर लगा कर डैम के रास्ते गुजरने वाले राहगीरों से अनुरोध किया कि जब तक डैम की साफ सफाई नहीं होती है जब तक सरकार और नगर निगम सांसद और विधायक समेत सभी अधिकार प्राप्त लोग इस डैम को अतिक्रमण, प्रदुषण और बर्बादी से बचाने का प्रयास नहीं करें तब तक सभी लोग इसे कचरा डैम के नाम से संबोधित करें।
प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए संयोजक अमृतेश पाठक ने कहा कि जिस तरह से डैम में पूरे रांची का कचरा, पालीथीन मल-मूत्र और जलकुंभी भर गया है और इसका पानी जिस तरह दिखाई दे रहा है उसको देखते हुए इसे कचरा डैम कहना ही युक्तिसंगत है। उन्होंने पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, नगर निगम समेत सभी अधिकार प्राप्त लोगों पर आरोप लगाते हुए कहा कि जनहित से जुड़े काम में न वोट है न नोट इसलिए इस डैम को लेकर जन प्रतिनिधि से लेकर अधिकारियों तक को कोई रूचि नहीं है। यह डैम सरकारी उदासीनता और जनता के रवैए के कारण आज अंतिम सांस ले रहा है। समिति ने तय किया है कि 7 दिनों में यदि जलकुंभी की सफाई नहीं होती है तो समिति नगर निगम में ताला लगा देगी और पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के मंत्री का आवास घेर लेगी।
कार्यक्रम में मंटू मुंडा, रमेश मुंडा, करन मुंडा, ,सोनु लकड़ा, पिंटू मुंडा, मनोज मुंडा, बिरसा मुंडा, करमा लोहड़ा,संतोष नायक, राहुल उरांव,अजय उरांव, मनीष तिर्की, नकुल गोप, जोरावर सिंह, विपिन साह समेत दर्जनों लोग शामिल हुए।
