रांची : मौसम में परिवर्तन के कारण सोमवार की शाम में रांची में तेज हवाओं के साथ और मूसलाधार बारिश हुई। लगातार वज्रपात होता रहा। तेज बारिश के कारण रांची का जनजीवन प्रभावित हो गया। मुख्य सड़क सहित मुहल्लों व कॉलोनियों की सड़कें जलमग्न हो गईं। शहर में अंधेरा पसर गया।
रांची में सोमवार शाम साढ़े पांच बजे तक 17.50 मिमी बारिश रिकॉर्ड किया गया। जबकि, रामगढ़ में 22.5 मिमी, लोहरदगा में 5.5, गोड्डा में 19.5 और बोकारो में 1.5 मिमी बारिश का आंकड़ा दर्ज किया गया।
मूसलाधार बारिश के बाद रांची के अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। बारिश के बाद सोमवार रात नौ बजे अधिकतम तापमान 19 डिग्री रिकॉर्ड किया गया, जो रविवार को इसी समय 21 डिग्री था। जबकि, रविवार को रांची का अधिकतम 31 और न्यूनतम 18 डिग्री सेल्सियस था। सोमवार को अधिकतम 28 और न्यूनतम 16 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया।
24 घंटों के अंतराल में खूंटी में सबसे अधिक बारिश
पिछले 24 घंटों के अंतराल में खूंटी के अड़की क्षेत्र में सबसे अधिक बारिश हुई। यहां 40.4 मिमी बारिश का आंकड़ा दर्ज किया गया। जबकि, सबसे अधिकतम तापमान 34.74 गोड्डा और सबसे कम न्यूनतम तापमान 17.8 डिग्री सेल्सियस लोहरदगा में दर्ज किया गया है।
आज भी बारिश और वज्रपात का येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने आगे के मौसम के लिए अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार, 19 मार्च को भी बारिश के साथ वज्रपात होगा। इसके लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। यह अलर्ट रांची समेत गुमला, खूंटी, सिमडेगा, सिंहभूम और लोहरदगा में भारी बारिश के लिए किया गया है।
21 मार्च तक रांची समेत अन्य जिलों के लिए चेतावनी जारी की है। पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा, सरायकेला-खरसांवा, देवघर, धनबाद, दुमका, गिरीडीह, गोड्डा, जामताड़ा, पाकुड़ व साहेबगंज, बोकारो, गुमला, हजारीबाग, खूंटी और रामगढ़ में मेघ गर्जन के साथ तेज हवा चलेगी। मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि हवा की अधिकतम रफ्तार 40-50 किलोमीटर होगी। इस दौरान वज्रपात भी हो सकती है। यह प्रभाव 21 तक रहेगा।
फसल : गोभी, बीन्स और शिमला मिर्च को नुकसान
रांची आसपास के इलाकों में बारिश से फसलों को नुकसान हुआ। खासकर गोभी और शिमला मिर्च को नुकसान पहुंचा है। चान्हो में विभिन्न सब्जियों की खेतों में पानी जम गया। गोभी, बीन्स, शिमला मिर्च, सरसों की फसर आदि खराब होने के कगार पर हैं। चोरिया के किसान रमेश सिंह ने बताया कि इस मौसम में गर्मी वाली सब्जियां ही लगाई जाती है। पर, इस बार अभी तक गर्मी नहीं पड़ी है और रह-रह कर बारिश भी हो रही है। इस कारण पौधों का ग्रोथ रुक गया है। कीटों का प्रकोप भी बढ़ा है।
बेड़ो-तमाड़ में वज्रपात से दो मवेशियों की मौत
बेड़ो और तमाड़ में सोमवार को हुए वज्रपात के दौरान दो मवेशियों की मौत हो गई। पहली घटना थाना क्षेत्र के जरिया नहरटोली गांव में सोमवार की अपराह्न लगभग चार बजे बारिश के दौरान हुई वज्रपात से इसी गांव के निवासी बालू गोप का घर के बाहर बने शेड में बंधी एक दुधारू गाय की मौत हो गई। जबकि उसी के बगल में बंधे एक बछड़ा व एक गाय बाल-बाल बच गए। लगभग 18 लीटर दूध देने वाली गाय की घटना स्थल पर ही मौत होने परिवार के लोग काफी चिंतित हैं। किसान बालू गोप ने बताया कि गाय की कीमत 40 से 45 हजार की थी।
वहीं तमाड़ थाना क्षेत्र के रड़गांव पंचायत के कोईजानीगुड़ा में ठनका की चपेट में आने से एक बैल की मौत हो गया। घटना शाम चार बजे की है। बताया जाता है कि शम्भू हजाम के पुत्र सुरेन्द्र हजाम का एक बैल गोहाल में बंधा हुआ था। अचानक हल्की बूंदा बूंदी शुरू हो गयी। इसी बीच जोरदार आवाज के साथ ठनका गिरा। जिसने बैल को अपनी चपेट में ले लिया। इससे तत्काल बैल को मौत हो गयी। घटना के बाद किसान सुरेन्द्र हजाम काफी चिंतिंत हैं।
