लोकसभा चुनाव 2024 में एनडीए गठबंधन से लोहा लेने के लिए विपक्षी दलों ने इंडिया गठबंधन तैयार किया है। मगर चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले ऐसा लग रहा है कि यह महागठबंधन बिखर जाएगी। दरअसल, इंडिया गठबंधन के घटक दलों में एकमत नहीं है। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने कांग्रेस को नजरअंदाज करते हुए राज्य की सभी 42 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए। बंगाल के इतर झारखंड में भी इंडिया के एक घटक दल ने अपना रास्ता अलग करने का प्लान बना लिया है। झारखंड में अब भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) ने ऐलान किया है कि वह राज्य में 14 लोकसभा सीटों में 8 पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। सीपीआई ने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
इंडिया गठबंधन को झटका
लोकसभा में सीपीआई का झारखंड से कोई सांसद नहीं है। सीपीआई के राज्य सचिव महेंद्र पाठक ने पीटीआई को बताया, ‘हमने अपने दम पर लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है। भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है, लेकिन कांग्रेस और महागठबंधन ने अभी तक सीट बंटवारे पर कोई बातचीत नहीं की है। इसलिए हमने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है। यह निर्णय यहां पार्टी की राज्य कार्यकारी समिति की बैठक में लिया गया।’
इन सीटों पर उतारेगी उम्मीदवार
महेंद्र पाठक ने आगे बताया, ‘सीपीआई रांची, हजारीबाग, कोडरमा, चतरा, पलामू, गिरिडीह, दुमका और जमशेदपुर लोकसभा क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार उतारेगी। उम्मीदवारों के नामों की घोषणा 16 मार्च के बाद की जाएगी।’
यह भी जानिए:
जेल में बंद झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने रविवार को विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर राज्य को बर्बाद करने का प्रयास करने का आरोप लगाया और लोगों से आगामी लोकसभा चुनाव में उसे करारा जवाब देने की अपील की। कल्पना रविवार को अपने पति हेमंत सोरेन के विधानसभा क्षेत्र बरहेट में थीं, जहां उन्होंने दो जनसभा को संबोधित किया।
साहिबगंज जिले के पटना गांव में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘पिछले चार वर्षों में आपके बेटे हेमंत सोरेन ने राज्य के लिए जो काम किया, वह 20 वर्षों में नहीं हुआ। चूंकि झारखंड पूर्व मुख्यमंत्री की योजनाओं और परियोजनाओं के साथ विकास कर रहा था, उन्होंने (विपक्ष) उन्हें रोकने के लिए साजिश रचनी शुरू कर दी। वे यह पचा नहीं पा रहे थे कि आदिवासी का बेटा राज्य का विकास कैसे कर रहा है।’
कल्पना ने कहा कि 2019 में हेमंत सोरेन ने जो वादे किये थे, वे पूरे हो रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘केंद्र इसे पचा नहीं सका, क्योंकि उसने केवल सपने बेचे और हकीकत में कुछ नहीं किया। उन्होंने ऐसे समय में उन्हें (हेमंत) जेल में डाल दिया, जब चुनाव नजदीक आ गए।’ कल्पना ने कहा कि आगामी चुनाव में जनता करारा जवाब देगी।
