सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के खिलाफ गुरुवार को आंदोलन का शंखनाद कर दिया है। राजधानी स्थित मोरहाबादी मैदान के बापू वाटिका में समर्थकों ने उपवास कार्यक्रम आरंभ किया। इसमें केंद्र की भाजपा सरकार को तानाशाही करार देते हुए एक राजनीतिक साजिश के तहत हेमंत सोरेन को जेल भेजे जाने का आरोप लगाया गया।
जिलाध्यक्ष मुस्ताक आलम ने कहा कि हेमंत सोरेन को केंद्र की भाजपा सरकार ने चुनावी लाभ लेने के लिए तानाशाही रूप अपनाते हुए केंद्रीय जांच एजेंसियों द्वारा फर्जी मामले में जेल भेजा है। उपवास कार्यक्रम से संदेश दिया गया है कि जिस प्रकार बापू ने अहिंसा को अपनाते हुए अंग्रेजों को देश से भगाया था, उसी प्रकार हम भी आंदोलन करेंगे। हमारा संकल्प है कि भाजपा का सूपड़ा साफ कर देंगे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में नेताओं व कार्यकर्ताओं ने भागीदारी की।
अन्याय के खिलाफ सभी हो रहे एकजुट
राज्यसभा सदस्य महुआ माजी ने कहा कि झामुमो के सभी कार्यकर्ता अपने लोकप्रिय नेता हेमंत सोरेन को जल्द अपने बीच चाहते हैं। उनके साथ अन्याय हो रहा है। जिस प्रकार देश में गैर भाजपा शासित राज्यों के नेताओं को परेशान किया जा रहा है, वह जनता के सामने है। हम सभी एकजुट होकर लड़ रहे हैं।
धार्मिक स्थलों में पूजा अर्चना करने का निर्णय
झामुमो महासचिव विनोद कुमार पांडेय ने कहा कि हेमंत सोरेन की कुशलता के लिए लोगों की भावना के अनुरूप न्याय यात्रा, उपवास और मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा एवं अन्य धार्मिक स्थलों में पूजा-अर्चना करने का निर्णय जिला समिति ले रही है। हमारा दायित्व है कि ये कार्यक्रम संयमित ढंग से संचालित हों।
चुनावी बॉन्ड पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत
चुनावी बांड पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को झामुमो ने ऐतिहासिक करार देते हुए स्वागत किया है। पार्टी महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने प्रेस वार्ता में कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को बड़ा फैसला सुनाया है। फैसला स्वागत योग्य है। चुनावी बॉन्ड के माध्यम से शुरू हुए काले धन को सफेद बनाने के कारनामे पर रोक लग गई है। इस फैसले के दायरे में सभी राजनीतिक दल आ रहे हैं।
