झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के बरसोल थाना क्षेत्र की सांड्रा पंचायत के लोधनवानी गांव में बुधवार की देर रात 10 हाथियों के झुंड ने जमकर उत्पात मचाया. ग्रामीणों ने हाथियों को भगाने के लिए पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा से क्यूआरटी टीम बुलायी. इस दौरान हाथियों के झुंड ने क्यूआरटी टीम के एक सदस्य को उठाकर पटक दिया. इससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई. मृतक का नाम बाबलु बास्के (उम्र 45) था. वह पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा के डूबुखना गांव का रहने वाला था. हाथियों को भगाने के क्रम में क्यूआरटी टीम के तीन अन्य सदस्य गिरकर घायल हो गए. इसके साथ ही बरसोल के लोधनवानी गांव के लोग भी दौड़कर भाग रहे थे, तभी तीन लोग गिरकर घायल हो गए.
क्यूआरटी टीम के तीन सदस्य गिरकर घायल
जानकारी के मुताबिक बुधवार की रात करीब 2 बजे दस हाथियों के झुंड ने लोधनवानी गांव में प्रवेश कर उत्पात मचाना शुरू कर दिया. इसी बीच ग्रामीणों ने हाथी भगाने वाले दल को इसकी सूचना दी. पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा से क्यूआरटी टीम बुलायी गयी. टीम में 10 लोग शामिल थे. मौके पर पहुंचकर क्यूआरटी की टीम हाथियों को भगाने में जुट गयी. हाथियों को भगाते-भगाते एक टीम का एक सदस्य बिछड़कर दूसरी ओर दौड़ने लगा. कुछ देर बाद हाथियों ने उस पर हमला कर दिया. इससे उसकी मौत हो गयी. इसी भगदड़ में क्यूआरटी टीम के तीन और सदस्य दौड़ने के दौरान गिरकर घायल हो गए.
दौड़कर भागने के क्रम में गांव के तीन लोग गिरकर हुए घायल
बरसोल के लोधनवानी के तीन लोग भागने के क्रम में गिरकर घायल हो गए हैं. इसके कुछ देर बाद हाथियों का झुंड जंगल की ओर निकल गया. उसके बाद टीम ने अपने साथियों को बहरागोड़ा स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने उसे तुरंत जमशेदपुर एमजीएम अस्पताल रेफर कर दिया, लेकिन एमजीएम ले जाने के क्रम में रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया.
