Tuesday, October 28, 2025
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गोपीनाथपुर में घटित घटना को लेकर भाजपा विधायक दल के नेता पहुंचे गांव मिले पीड़ितों से राजकुमार भगत

 

पाकुड़: गोपीनाथपुर के मामले पर स्थानीय सांसद, विधायक व मुख्यमंत्री की चुप्पी यह साबित करता है कि इनलोगो ने मुस्लिम तुष्टीकरण के कारण हिंदुओं को नजरअंदाज करने का काम किया है उक्त बातें पिछले दिनों प्रतिबंधित पशु के काटे जाने के मुद्दे पर दो पक्षों के बीच हुई हिंसक झड़प के मामले पर गोपीनाथपुर पर पहुँचे भाजपा विधायक दल के नेता नेता अमर कुमार बाउरी ने कहा।

भाजपा का एक शिष्टमंडल उक्त गाँव पहुँचा एवं उक्त घटना में पीड़ित पक्षों के बीच पहुँचकर हालात का जायजा लिया । भाजपा नेता ने मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति करने एवं हिंदुओं को दोयम दर्जे की मानसिकता रखने का आरोप लगाते हुए कहा कि चुकि यह एक सिमाई इलाका है जहाँ जनसांख्यिकीय रूप से परिवर्तन किया जा रहा है । इस परिवर्तन से यहाँ के लोगों को यह महसूस होने लगा है कि वे भारत में नही बल्कि बांगलादेश में रह रहे हैं ।

घटना के बाद उपजे वातावरण का हवाला देते हुए बाउरी ने कहा कि लोग भययुक्त माहौल में जी रहे हैं एवं अपने दैनंदिनी कार्य करने में भी डर रहे हैं । बाउरी ने आगे कहा कि सरकार को कड़ा रूख अख्तियार करते हुए दोषियों को सजा देना चाहिए एवं भुक्त भोगियों को उचित मुआवजा देना चाहिए । शिष्टमंडल में साहेबगंज के विधायक अनंत ओझा भी उपस्थित थे।

घटना के समय किसी ने जाने की नहीं की हिम्मत
मालूम हो कि जब घटना घटी तो जिला प्रशासन शांति का अथक प्रयास किया और मामला शांत भी कर दिया था। बाद में फिर से बंगाल से अटैक आया। रही बात विधायक की तो मालूम होना चाहिए कि विधायक अभी ईडी के कस्टडी में है। पाकुड़ एसपी के अथक प्रयास से बंगाल के सांसद विधायक एवं ग्रामीणों के बीच बैठक कर एड़ी चोटी एक कर सुलह समझौता कराया गया। और मामला धीरे-धीरे शांत हो रहा है।

पुलिस इस पर लगातार नजर रखी हुई है और कैंप कर रही है। अगर पुलिस कैंप नहीं की होती तो शायद ही कोई नेता वहां पहुंच पाए। इसलिए गांव के आम जनता को चाहिए कि वह धैर्य से काम ले। जिला पुलिस प्रशासन लगातार घटना पर नजर बनाते हुए कहां है कि किसी भी अपवाह पर ना पड़े और ना ही कोई भ्रामक बात बोले।

इस घटना पर पाकुड़ जिले के किसी भी पार्टी के किसी भी नेता के कोई प्रतिक्रिया बया नहीं करना या घटित स्थान पर नहीं जाना वहां के दुखियों के दुख दर्द में भाग नहीं लेना एक गंभीर विषय है।उक्त बातें अमर कुमार बाऊरी ने एक सवाल के जवाब में कहा ।

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