Health and fitness: बिगड़ती जीवनशैली और गलत खान-पान की आदतों के कारण आजकल अधिकतर लोगों के शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी हो रही है। जिसके कारण हाथ-पैरों में दर्द, थकान जैसी समस्याएं लोगों को परेशान करने लगी हैं। इससे राहत पाने के लिए कई बार लोग मालिश और सिंकाई का सहारा लेते हैं, लेकिन कुछ दिनों बाद समस्या फिर से लौट आती है।
ऐसे में अगर आप भी पैरों के दर्द से परेशान हैं तो योग का सहारा लें। नियमित योगाभ्यास से हाथ-पैरों के दर्द की समस्या को कम किया जा सकता है। कुछ आसन ऐसे हैं जो पैरों की मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं और हल्का महसूस करने में मदद करते हैं। ऐसे ही आसनों में बालासन भी शामिल है।
बालासन योग के बारे में कहा जाता है कि इसे शीर्षासन के बाद जरूर करना चाहिए। इसके अलावा सुबह के समय बालासन करने से ज्यादा फायदे मिलते हैं। आइए जानते हैं बालासन करने का सही तरीका और फायदे क्या है। इसके बाद सांस लेते हुए अपने दोनों हाथों को ऊपर ले जाएं और सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें।
इस क्रम को तब तक जारी रखें जब तक आपकी हथेलियां जमीन को न छू लें। इसके बाद इस मुद्रा में आकर अपने सिर को जमीन पर टिकाते हुए शरीर को लगातार छोड़ें और आराम महसूस करें। सांस लें और छोड़ें। सांस लेते और छोड़ते समय जल्दबाजी न करें। आप इस मुद्रा में 1 से 3 मिनट तक रह सकते हैं। इसे रोजाना कम से कम 5 बार करें।Bihar News: ओवरटेक करने के चक्कर में ट्रक से कार की टक्कर, हुई मौत
बालासन करने के फायदे:
-बालासन करने से मानसिक तनाव दूर होता है और पैरों की मांसपेशियों को आराम मिलता है।
-बालासन के दौरान हाथों से लेकर पैरों तक की मांसपेशियों में रक्त संचार बढ़ने लगता है।
-पैरों में दर्द और पैरों में सूजन से राहत दिलाने के लिए बालासन बहुत फायदेमंद है।
-बालासन योग करने से पूरे शरीर में रक्त संचार होता है। जबकि जांघों, कूल्हों और टखनों को मजबूती मिलती है।
-बालासन योग करने से शरीर की अंदरूनी और बाहरी मालिश होती है। जबकि पीठ दर्द से भी राहत मिलती है।
